हमारे भारत देश में सभी धर्मो के लोग निवास करते है | सबसे ज्यादा हिन्दू धर्म के लोग निवास करते है | हिन्दू धर्म सभी धर्मो में सबसे प्राचीन धर्म माना जाता है | हिंदू धर्म में हजारो देवी देवताओं की पूजा की जाती है जैसे धन की देवी माता लक्ष्मी, प्रथम पूजनीय देव गणेश जी, ब्रह्मा जी, विष्णु जी और भगवान शिवशंकर... | भगवान शिवजी को सभी देवो के देव कहा जाता है भगवान शिवजी जितने भोले है उतना ही इनका रूप रूद्र भी है | भगवान शिव अपने भक्तो की सभी मुरादों को बहुत जल्दी पूरी कर देते है | हर देवी या देवता के रूप की अपनी अलग विशेषता होती है | क्या आप जानते है भगवान शिव वस्त्र के रूप में अपने शरीर पर शेर की खाल क्यों पहनते है | चलिए आज हम आपको बताते है भगवान शिव शेर की खाल क्यों पहनते है...
क्यों पहनते है भगवान शिव शेर की खाल
भगवान शिव द्वारा शेर की खाल पहनने की जानकारी शिव पुराण में दी गई है | शिव पुराण के अनुसार भगवान शिव पुरे ब्राह्मण का चक्कर लगाकर एक जंगल से गुजर रहे थे | जिस जंगल से भगवान शिव जा रहे थे वाला कुछ ऋषि मुनि अपने परिवार के साथ रहते थे | भगवान शिव को इस बात की बिलकुल भी जानकारी नहीं थी की उन्होंने कोई वस्त्र नहीं पहन रखा है और वो बिना वस्त्र धारण किये जंगल से गुजर रहे थे |
भगवान शिव बेहद आकर्षक लग रहे थे और भगवान शिव के इस रूप को देखकर ऋषि मुनियो की पत्निया शिवजी की और आकर्षित होने लगी | इस बात का पता जब ऋषि मुनियो पड़ा तो ऋषि मुनि क्रोधित हो गए और लेकिन उन्हें ये पता नहीं था की ये व्यक्ति कोई साधारण मनुष्य नहीं बल्कि भगवान शिव जी है |
भगवान शिव के आकर्षक रूप को देखकर ऋषि मुनियो की पत्निया आकर्षित होने लगी और ऋषि मुनियो को लगा की उनकी पत्निया इस व्यक्ति को देखकर अपने मार्ग से भटग रही है तो उन्होंने गुस्से में आकर शिव जी के मार्ग में एक गड्डा खोद दिया और उसमे भगवान शिव गिर पड़े | ऋषि मुनियो ने उस गड्डे के अंदर एक शेर भी छोड़ दिया लेकिन शिवजी ने उस शेर को मारकर उसकी खाल अपने शरीर पर लपेट ली | जब ऋषि मुनियो ने शिव जी को शेर की खाल लपेटे देखा तो उन्हें अंदाजा लग गया की ये कोई साधारण इंसान नहीं बल्कि साक्षात भगवान है | इसलिए भगवान शिव शेर की खाल पहनते है |